मेरी मनपसंद जगह दिल्ली है। यह हमारे देश की राजधानी है। यहाँ हरियाली भी है और प्रदूषण भी है। यह एक पर्यटन स्थल भी है। कुतुबमीनार, हुमायूँ का कब्र, लाल किला आदि दर्शनीय है। दिल्ली में मेरा प्रिय स्थल इंडिया गेट है क्यों कि यह स्थल हमारे देश के सिपाहियों के बलिदान का स्मारक है। दिल्ली में राष्ट्रपति भवन है, जो भारत के राष्ट्रपति का निवास स्थल है और यहाँ संसद भवन भी है। दिल्ली मेरी प्रिय जगह है क्यों कि यहाँ का मौसम अच्छा है। एक समय बहुत गर्मी और दूसरे समय बहुत सर्दी लगती है। यही दिल्ली की खासियत है। मैं अपनी छुट्टियाँ दिल्ली में बिताना चाहता हूँ।
मिथिलेश गोपाल कृष्णन.एस
VIII ‘A’
मेरी मनपसंद जगह- मेरा अपना गाँव है।इस जगह में मेरे भाई और सभी सगे – संबंधी रहते हैं। हम वहाँ जाकर बहुत खुशियाँ मनाते हैं। यहाँ हमारी कुल देवता का मंदिर है। हम बच्चे सुबह उठकर गाँव के हरे – भरे खेतों के बीच घूमते रहते हैं। हमारे परिवार के सब लोग बैल –गाड़ी में सवार करके देवता की पूजा करने जाते हैं। पूजा के बाद प्रसाद और नाश्ता खाकर हम लोग पूरे दिन मजे से बिताते हैं। यहाँ के लोगों का भोलापन और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता मेरे मन को लुभा लेती है।
रम्या . के. एल
VIII ‘A’
मेरी मनपसंद जगह मेरा घर ही है क्यों कि घर में हम को शांति मिलती है। हम दोस्तों के घर भी जा सकते हैं। घर में दूरदर्शन देख सकते हैं। हम अपने भाई – बहनों से बात –चीत कर सकते हैं, उनके साथ मिल- जुलकर रह सकते हैं। यहाँ रहने से हमें खुशी मिलती है। यहाँ हम अपनी मर्जी से रह सकते हैं।माता-पिता से अच्छी आदतों को सीख सकते हैं। पढ़ाई में भी आगे बढ़ सकते हैं। मेरे घर में एक पालतू जानवर है। मैं उसे बहुत प्यार करता हूँ, उसे रोटी खिलाता हूँ और आराम के समय उसके साथ खेलता भी हूँ।
मोहन कृष्णन .बी. एस
VII ‘A’
मेरी मनपसंद जगह मेरी माँ की गोद है। जब मैं माँ की गोद में सोती हूँ तब मेरे मन में विचित्र भावनाएँ आती हैं। मेरे मन के सारे दर्द दूर हो जाते हैं। मैं उस समय बहुत प्रसन्न होती हूँ।मेरी माँ की एक- एक कोमल स्पर्श से मेरा मन खुश होता है। इससे मैं परियों की दुनिया में चली जाती हूँ। मेरे माता – पिता ही मेरी छोटी- सी दुनिया है। मेरी माँ की गोद में सोने से मुझे बहुत आराम मिलता है और उनके कोमल स्पर्श से मेरा सारा दर्द दूर होता है। उस समय मैं ऐसी सर्वोत्तम माँ देने के लिए ईश्वर को कृतज्ञता प्रकट करती हूँ।
सरोमिता .के
VI ‘A’
मुझे केरल बहुत पसंद है क्यों कि यहाँ चारों तरफ फूल और प्रत्येक घर में बगीचा भी होता है। केरल का त्योहार खुशी और उपलब्धी के लिए मनाया जाता है। केरलवासी मुख्य रूप से भगवान अय्यप्पा की पूजा करते हैं।यहाँ बहुत बड़े – बड़े बाँध हैं। यहाँ नावों की प्रतियोगिता होती है। त्योहारों के समय घरवाले सफेद जरीदार वस्त्र पहनते हैं। ओणम के समय यहाँ सभी घरवाले फूल से रंगोली बनाते हैं। यहाँ कथकली नृत्य प्रमुख है। इन सभी खूबियों के कारण केरल मुझे बहुत पसंद है।
पूजा .एस
VI ‘A’