हर एक मनुष्य जो आज अपनी ज़िंदगी में महान बना है वह सब उसके परिश्रम का ही देन है।दोस्तो ! क्या आप जानते हैं ? सफलता ऐसे ही किसी मनुष्य के हाथ नहीं लगती, उसके लिए बहुत मेहनत करने की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए आप महात्मा गाँधी जी को लीजिए उन्होंने हमारे देश की आज़ादी के लिए बहुत मेहनत किया और आखिरकार हमारे देश को मुक्त करने में सफल रहे। अगर आप देखेंगे तो महात्मा गाँधी ऐसे ही सफल नहीं बने बल्कि उन्होंने वर्षों तक मेहनत कर अपने इस कार्य में सफल हुए। केवल मेरी या तुम्हारी नहीं दुनिया भर के लोगों की सफलता का रहस्य मेहनत यानि परिश्रम ही है। अगर हम परिश्रम करेंगे तो सफलता हमारे हाथ ज़रूर लगेगी।
हरीश कामकोटि सि. आर.
IX ‘A’
मैं पढ़ाई के साथ खेलता भी हूँ। मैं कुछ न कुछ अच्छा काम करता रहता हूँ। मैं समय का सदुपयोग करता हूँ। दूसरों के साथ अनावश्यक बात नहीं करता, कभी अपशब्दों का प्रयोग नहीं करता। रोज़ सुबह उठकर पढ़ता हूँ। मैं सबकी मदद करता हूँ और एक अच्छा बच्चा बनता हूँ, यही मेरी सफलता का रहस्य है।
सुकेश एस.
IX ‘A’