अगर मैं शिक्षा अधिकारी बनता तो – विद्यार्थियों के लिए ये नियम बनाना चाहूँगी

अगर मैं शिक्षा अधिकारी बनता तो – विद्यार्थियों के लिए ये नियम बनाना चाहूँगी      ईश्वर द्वारा रचित सृष्टि की सभी रचनाओं में मनुष्य सर्वश्रेष्ट है| विद्यार्थियों के जीवन -काल स्वर्ण काल है| जिस प्रकार सोने को पिघलकर तरह- तरह के Read More …

हास्य कविता – विज्ञापन

 हास्य कविता – विज्ञापन कभी-कभी मेरे दिल में खयाल आता है | यार ये विज्ञापन हमें इतना क्यों लुभाते हैं? छोटा सा विज्ञापन कुछ ऐसा चककर चलाता है| कि बडे से बड़े ज्ञानी भी इसके चककर में फँसकर, क्षण में Read More …

जिस सपने को मैं भूल न सका

जिस सपने को मैं भूल न सका एक दिन मैंने एक सपना देखा जिसमें मैं  एक शिलपकार बनी थी| मैंने एक शिलपकार बनकर सपनों का घर बनाया था, उस घर में एक तैरने का तालाब, फुट बाल खेलने की जगह Read More …

मैने साइकिल चलाना किससे और कैसे सीखा

मैने साइकिल चलाना किससे और कैसे सीखा मुझे तीसरी कक्षा से ही साइकिल चलाने की इच्छा शुरु हुई| इसलिए मैं पहले खुद साइकिल चलाने की कोशिश में लग गया| मैं स्कूल से आकर रात में कुछ देर केलिए साइकिल चलाता Read More …