हास्य कविता – विज्ञापन

 हास्य कविता – विज्ञापन कभी-कभी मेरे दिल में खयाल आता है | यार ये विज्ञापन हमें इतना क्यों लुभाते हैं? छोटा सा विज्ञापन कुछ ऐसा चककर चलाता है| कि बडे से बड़े ज्ञानी भी इसके चककर में फँसकर, क्षण में Read More …

फूल तोड्ते समय फूल ने कहा…..

फूल तोड़ते  समय फूल ने कहा….. मैं भगवान को चढ़ाने के लिए फूल  तोड़ने गयी तब फूल ने मुझसे कहा कि “मुझमें भी जीवन है| तुम मुझे मार रहे हो | मैं भगवान के पास से आया और फिर तुम मुझे भगवान के Read More …

जिस सपने को मैं भूल न सका

जिस सपने को मैं भूल न सका एक दिन मैंने एक सपना देखा जिसमें मैं  एक शिलपकार बनी थी| मैंने एक शिलपकार बनकर सपनों का घर बनाया था, उस घर में एक तैरने का तालाब, फुट बाल खेलने की जगह Read More …

मैने साइकिल चलाना किससे और कैसे सीखा

मैने साइकिल चलाना किससे और कैसे सीखा मुझे तीसरी कक्षा से ही साइकिल चलाने की इच्छा शुरु हुई| इसलिए मैं पहले खुद साइकिल चलाने की कोशिश में लग गया| मैं स्कूल से आकर रात में कुछ देर केलिए साइकिल चलाता Read More …

अगर मेरे माता पिता मेले में खो गये तो

अगर मेरे माता पिता मेले में खो गये तो मेरे घर से कुछ दूर में एक मेला था | मेरे माता पिता के साथ मैं उस मेला देखने गया | मैं मेले में खेल रहा था | जबकि मेरी माँ और Read More …

हास्य कहानी – मुल्ला नसरुदीन

मुल्ला नसरुदीन एक बार मुल्ला नसरुदीन को प्रवचन देने के लिए आमंत्रित किया | मुल्ला समय से पहुँचे और स्टेज पर चढ़ गए, और बोले क्या आप जानते हैं मैं क्या बताने वाला हूँ? लोगों नें कहा, नहीं | यह Read More …

चार मित्र

चार मित्र एक गाँव में चार मित्र रहते थे | उनके नाम कोई, कोई नहीं, पागल और दिमाग था | कोई ने कोई नहीं को मार डाला | तब पागल पुलिस के पास गया | तब दिमाग शौचालय में था | Read More …

समुद्र तट पर एक दिन

समुद्र तट पर एक दिन  एक बड़ा सुहावना रविवार था | मैं अपने माताजी, पिताजी और मेरे भाई के साथ मेरिना समुद्र तट गया | वह समुद्र मुझे बहुत सुन्दर लगा| वहाँ बहुत सारी दुकानें थीं जैसे- समुद्री भोजन की दुकान, Read More …

अगर मेरे हाथ मे जादू की छ्डी होती

मेरे पास जादू की छड़ी  हो तो अगर मेरे पास जादू की छड़ी  होती तो मैं अपना मनपसंद खिलौना, खाना ला सकता और एक ऐसा समुद्र जो टाफी से भरा हो बनाता | मैं बहुत अमीर हो जाऊँगा | मैं इस Read More …