मेरा प्रिय खेल

मेरा प्रिय खेल बैड़्मिंटन है। यह खेल मुझे इसलिए भी पसंद है क्योंकि इसको खेलने के लिए ज्यादा लोगों की ज़रूरत नहीं पड़ती है। बैड़्मिंटन खेलने के लिए सिर्फ दो ही व्यक्तियों की ज़रूरत पड़ती है। हमारे विद्यालय में रोज़ हमारे शिक्षक हमें बैड़्मिंटन खेल सिखाते और खिलवाते हैं। मुझे बैड़्मिंटन के खिलाड़ी पी. वी सिंधु, साईना नेहवाल, पी. गोपीचंद बहुत पसंद हैं और यह हर बार “कॉमनवेल्थ गेम्स” में हमारे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। पदक जीतकर लाते हैं जिससे हमारे देश का नाम ऊँचा होता है और मुझे इस बात पर बहुत गर्व होता है।

                                                              साधना वी.

                                                              VIII ‘A’

       बैड़्मिंटन मेरा पसंदीदा खेल है क्योंकि इसे खेलने के दौरान मैं पूरे दिन स्फूर्तिमान रहता हूँ। एक अच्छा खिलाड़ी बनने के लिए अक्सर अभ्यास करने की आवश्यकता होती है। जब मैं अपने दोस्तों के साथ खेलता हूँ तो मैं पूरे दिन ऊर्जावान महसूस करता हूँ। यह एक दिलचस्प खेल है क्योंकि हर बार जब मैं खेलता हूँ तो अंत में कुछ उत्तेजना होती है कि मैं एक विजेता बनूँ। मेरे पिताजी ने मुझे प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस दिशा में मेरा दृष्टिकोण विकसित किया और मेरी दिलचस्पी भी बढ़ा दी। खेलने के बाद मैं सभी तनाव से मुक्त होता हूँ और आराम का अनुभव करता हूँ।

                                                           आदित्या सतीश

                                                               VIII ‘A’

      मेरा प्रिय खेल टेबल टेनिस है। जब भी मैं खेलती हूँ मुझे लगता है कि मैं एक नई दुनिया में हूँ। मैं स्वतंत्र, ताज़ी और शक्तिवान महसूस करती हूँ। मुझे टेबल टेनिस खेलना अच्छा लगता है और खेल की ओर मेरी लगन ने मुझे इसमें कई सफलता पाने के लिए प्रोत्साहित किया। मेरा ऊर्जा स्तर स्थिर रहता है, यह कभी कम नहीं होता है। यह दुनिया का दूसरा सबसे मशहूर खेल भी है। टेबल टेनिस की ओर मेरी लगन, मेरे माता- पिता और मेरा प्रेरक मनुका बत्रा की वजह से है जो टेबल टेनिस में ओलंपियन है। मै इसे रोज तीन घंटे से अधिक समय तक खेलती हूँ तो ताज़ा महसूस करती हूँ। मुझे टेबल टेनिस खेलना अच्छा लगता है और मुझे टेबल टेनिस खिलाड़ी कहलाने पर गर्व है।

                                                           सौजन्या आर.एस.

                                                              VIII ‘A’

  मेरा प्रिय खेल क्रिकेट है। आधुनिक युग में इस खेल को अंतर्राष्ट्रीय महत्व प्राप्त है। भारत में यह खेल सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस खेल से लोगों को बहुत लगाव है। क्या बच्चे, क्या बूढे, क्या नवयुवक सभी इसके दिवाने हैं। क्रिकेट का जन्म इंग्लैंड में हुआ था। बाद में अन्य देशों में भी इसका प्रसार हुआ। यह खेल नियमानुसार सर्वप्रथम 1850 ई में ऑस्ट्रेलिया के मेलबोर्न शहर में खेला गया था। भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के विरुद्ध सन् 1932 में खेला था। टेस्ट मैच पाँच दिनों का होता है जो दो पारियों में खेला जाता है। टेस्ट मैच के अलावा यह मैच चार दिवसीय, तीन दिवसीय, एक दिवसीय भी होता है। आजकल एक दिवसीय क्रिकेट मैच तथा 20 – 20 मैच अधिक लोकप्रिय हो गया है।20 – 20 मैच तीन – चार घंटों में ही समाप्त हो जाता है।

                                                          संतोषकुमार वी.

                                                             VIII ‘A’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *